साबुदाना खिचड़ी: एक स्वादिष्ट और पौष्टिक व्यंजन
परिचय (About Sabudana Khichdi Recipe)
साबुदाना खिचड़ी एक प्रसिद्ध भारतीय व्यंजन है जो व्रत के दिनों में विशेष रूप से खाया जाता है। यह डिश न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि पोषक तत्वों से भरपूर भी होती है। इसमें साबुदाना (टैपिओका पर्ल्स), मूंगफली, आलू, और कुछ मसालों का उपयोग किया जाता है जो इसे विशेष बनाते हैं। इस लेख में, हम आपको “sabudana khichdi” बनाने की पूरी विधि बताएंगे.
Table of Contents
साबूदाना खिचड़ी: उपवास का स्वादिष्ट साथी
भारतीय उपमहाद्वीप में जब भी व्रत या उपवास की बात होती है, साबूदाना खिचड़ी सबसे पहले ज़हन में आती है। चाहे वह नवरात्रि का त्योहार हो या फिर महाशिवरात्रि, साबूदाना खिचड़ी एक ऐसा व्यंजन है जिसे हर उम्र के लोग पसंद करते हैं। साबूदाना, जिसे टैपिओका मोती के नाम से भी जाना जाता है, इसे खासतौर पर आलू, मूंगफली और हल्के मसालों के साथ बनाया जाता है। यह स्वादिष्ट और पौष्टिक खिचड़ी आपकी भूख को शांत करने के साथ-साथ व्रत के दौरान एनर्जी भी बनाए रखती है।
व्रत के दिनों का सुपरफूड
साबूदाना ग्लूटेन-फ्री होता है, जो इसे गेहूं के आटे का एक बढ़िया विकल्प बनाता है। व्रत के दौरान जब हमें हल्का लेकिन पोषक आहार चाहिए होता है, साबूदाना खिचड़ी एक आदर्श विकल्प बन जाता है। इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट आपको दिनभर की ऊर्जा प्रदान करते हैं, जबकि मूंगफली से मिलने वाला प्रोटीन इसे और भी पौष्टिक बनाता है।
साबूदाना भिगोने की कला
साबूदाना खिचड़ी बनाने में सबसे अहम चरण है साबूदाना को सही तरीके से भिगोना। कई बार गलत भिगोने के कारण साबूदाना चिपचिपा हो जाता है और खिचड़ी का स्वाद खराब हो जाता है। साबूदाना को भिगोने का सही तरीका है कि उसे एक बर्तन में डालकर उसके ऊपर थोड़ा पानी डालें, ताकि साबूदाना पूरी तरह डूबे नहीं बल्कि सिर्फ हल्का सा भीगा रहे। इसके बाद 5-6 घंटे या रातभर भिगोकर रखें। भिगोया हुआ साबूदाना अगर हाथ से दबाने पर आसानी से टूट जाए तो वह पकाने के लिए बिल्कुल सही है।
साबूदाना खिचड़ी के फायदे
साबूदाना खिचड़ी सिर्फ स्वादिष्ट ही नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद है। यह एनर्जी से भरपूर होती है और लंबे समय तक पेट भरे होने का एहसास देती है। मूंगफली से मिलने वाला प्रोटीन आपकी मांसपेशियों को ताकत देता है, जबकि आलू से मिलने वाला कार्बोहाइड्रेट आपकी एनर्जी लेवल को बढ़ाता है। अगर आप व्रत के दौरान कुछ हल्का और स्वादिष्ट खाना चाहते हैं, तो यह खिचड़ी आपके लिए परफेक्ट है।
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सामग्री (Ingredients)
- 1 कप साबुदाना (टैपिओका पर्ल्स)
- 2 मध्यम आकार के आलू (उबले हुए और कटे हुए)
- 1/2 कप मूंगफली (भुनी और मोटी पिसी हुई)
- 2 हरी मिर्च (कटी हुई)
- 1 चम्मच जीरा
- 1 चम्मच सेंधा नमक (स्वादानुसार)
- 1 चम्मच नींबू का रस
- 2 बड़े चम्मच घी या तेल
- थोड़ी हरी धनिया (कटी हुई)
विधि Instructions (How to make Sabudana Khichdi)
1. साबुदाना को भिगोना
साबुदाना खिचड़ी बनाने के लिए सबसे पहले साबुदाना को भिगोना बहुत जरूरी है। इसे बनाने के लिए साबुदाना को 4-5 घंटे या रातभर भिगोकर रखें। साबुदाना को अच्छे से पानी में डुबोकर रखें ताकि वे पूरी तरह से फूल जाएं।
2. साबुदाना को चेक करना
साबुदाना को चेक करें कि वे अच्छी तरह से भीग गए हैं या नहीं। इसके लिए एक साबुदाना लेकर उसे दबाएं, अगर वह आसानी से मसल जाए तो वह सही से भीग गया है।
3. खिचड़ी बनाना
- एक पैन में घी या तेल गरम करें।
- उसमें जीरा डालें और जब वह चटकने लगे तो हरी मिर्च डालें।
- अब इसमें कटे हुए आलू डालें और हल्का सुनहरा होने तक भूनें।
- इसके बाद भिगोए हुए साबुदाना और पिसी हुई मूंगफली डालें।
- सब कुछ अच्छी तरह मिलाएं और सेंधा नमक डालें।
- अब इसे धीमी आंच पर 5-7 मिनट तक पकाएं।
- अंत में नींबू का रस और कटी हुई हरी धनिया डालें।

सर्विंग टिप्स (More Tips)
साबुदाना खिचड़ी को गरमागरम परोसें। आप इसे व्रत के दिनों में खा सकते हैं या फिर सामान्य दिनों में भी नाश्ते के रूप में ले सकते हैं। इसे आप दही या रायता के साथ परोस सकते हैं।
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साबुदाना खिचड़ी के पोषक तत्व (Sabudana Khichdi Calories)
साबुदाना खिचड़ी न केवल स्वादिष्ट होती है बल्कि पोषक तत्वों से भरपूर भी होती है। इसमें मौजूद साबुदाना कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत होता है, जबकि मूंगफली और आलू इसे प्रोटीन और विटामिन्स से भरपूर बनाते हैं।
- साबुदाना खिचड़ी में औसतन 200-250 कैलोरी होती है।
- इसमें कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, और वसा का अच्छा मिश्रण होता है।
- यह डिश आपको तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है, खासकर व्रत के दिनों में।
साबुदाना खिचड़ी के फायदे (Benefits of Sabudana Khichdi)
1. ऊर्जा प्रदान करती है
साबुदाना खिचड़ी आपके शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा अधिक होती है। यह व्रत के दिनों में खाने के लिए एक आदर्श व्यंजन है।
2. पाचन में सहायक
इसमें मौजूद मूंगफली और आलू पाचन में सहायक होते हैं। यह डिश हल्की होती है और आसानी से पच जाती है।
3. पोषक तत्वों से भरपूर
साबुदाना खिचड़ी में विटामिन्स और मिनरल्स की अच्छी मात्रा होती है, जो आपके शरीर को स्वस्थ रखती है।

साबुदाना खिचड़ी के विविधताएं (Varieties of Sabudana Khichdi) Variations
1. बिना भिगोए साबुदाना खिचड़ी (How to Make Sabudana Khichdi Without Soaking)
अगर आपके पास समय की कमी है और आप साबुदाना को भिगोना भूल गए हैं, तो आप इसे बिना भिगोए भी बना सकते हैं। इसके लिए साबुदाना को गरम पानी में 30 मिनट के लिए भिगोकर रखें और फिर सामान्य तरीके से खिचड़ी बनाएं।
2. उपवास विशेष साबुदाना खिचड़ी (How to Make Sabudana Khichdi for Fast)
उपवास के दिनों में साबुदाना खिचड़ी बनाने के लिए सेंधा नमक का उपयोग करें। यह नमक व्रत के दौरान उपयोग किया जाता है और इसे स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी माना जाता है।
पोषण संबंधी जानकारी (Nutrition Info)
साबुदाना खिचड़ी में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो आपको ऊर्जा प्रदान करती है। इसमें कुछ मात्रा में प्रोटीन और फाइबर भी होते हैं। अगर इसमें मूंगफली, आलू, और नारियल डाला जाए तो इसका पोषण मूल्य और बढ़ जाता है। साबुदाना विटामिन बी6, कैल्शियम और आयरन का भी एक अच्छा स्रोत है, जो आपकी हड्डियों और मस्तिष्क को मजबूत बनाता है।
नोट्स (Notes)
साबुदाना खिचड़ी बनाते समय इस बात का ध्यान रखना ज़रूरी है कि साबुदाना अच्छे से भीगा हो और खिचड़ी बनाते वक्त साबुदाना आपस में चिपके नहीं। इसे हल्की आंच पर पकाएं ताकि इसके पोषक तत्व बरकरार रहें। अगर आप उपवास में खा रहे हैं, तो इसमें सेंधा नमक का उपयोग करें और अगर आप इसे सामान्य दिन में खा रहे हैं, तो स्वाद अनुसार नमक डालें। याद रखें, इसे बहुत अधिक तला न जाए, क्योंकि इससे इसका पोषण मूल्य कम हो सकता है।
क्या साबुदाना खिचड़ी सेहत के लिए अच्छी है? (Is sabudana khichdi good for health?)
जी हाँ, साबुदाना खिचड़ी (Sabudana Khichdi) सेहत के लिए काफी फायदेमंद होती है, खासकर जब आपको त्वरित ऊर्जा की ज़रूरत हो। उपवास के दौरान, यह शरीर को आवश्यक पोषण और ऊर्जा प्रदान करती है। हालांकि, ध्यान रखें कि इसे संतुलित मात्रा में ही खाया जाए, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ सकता है अगर इसे अत्यधिक मात्रा में खाया जाए।
साबुदाना खिचड़ी के लिए साबुदाना कितने समय तक भिगोना चाहिए? (How much time to soak sabudana for khichdi?)
साबुदाना को खिचड़ी (Sabudana Khichdi) के लिए कम से कम 4 से 6 घंटे तक भिगोना चाहिए। इसे इस तरह से भिगोएं कि साबुदाना के दानों के ऊपर हल्का पानी हो, ताकि वे नरम और फूले रहें। रातभर भिगोने से भी यह अच्छी तरह से तैयार हो जाता है और पकाने में आसानी होती है।
साबुदाना के साइड इफेक्ट्स क्या हैं? (What are the side effects of sabudana?)
हालांकि साबुदाना पोषण से भरपूर होता है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। जैसे, इसमें अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा, साबुदाना पचाने में थोड़ा भारी होता है, इसलिए इसे अधिक मात्रा में खाने से अपच या गैस की समस्या हो सकती है। डायबिटीज के रोगियों को इसे बहुत सावधानी से खाना चाहिए क्योंकि इसमें शुगर का स्तर बढ़ाने की क्षमता होती है।
साबुदाना खिचड़ी से जुड़ी कुछ बातें (Facts about Sabudana Khichdi)
- साबुदाना खिचड़ी मुख्य रूप से महाराष्ट्र और गुजरात में बहुत लोकप्रिय है, लेकिन इसे पूरे भारत में पसंद किया जाता है।
- यह एक ग्लूटेन-फ्री व्यंजन है, जो इसे ग्लूटेन सेंसिटिव लोगों के लिए आदर्श बनाता है।
- साबुदाना खिचड़ी को बच्चे और बुजुर्ग भी आसानी से खा सकते हैं, क्योंकि यह बहुत ही हल्की और पचने में आसान होती है।
साबुदाना खिचड़ी की परंपरा (Tradition of Sabudana Khichdi)
साबुदाना खिचड़ी सिर्फ एक व्यंजन नहीं है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति का हिस्सा है। व्रत के दिनों में इसे बनाने की परंपरा सदियों पुरानी है। यह भोजन न केवल हमारे तन को पोषण देता है, बल्कि मन को भी शांति प्रदान करता है।
व्रत के समय, जब शरीर को ऊर्जा की सबसे अधिक आवश्यकता होती है, साबुदाना खिचड़ी उसे पूरा करती है। इसका स्वाद, खुशबू और पोषण मिलकर एक अद्भुत अनुभव प्रदान करते हैं।
साबुदाना खिचड़ी की लोकप्रियता (Popularity of Sabudana Khichdi)
भारत में हर राज्य की अपनी खासियत होती है, और खाने के मामले में हर राज्य का अपना एक अलग जायका होता है। साबुदाना खिचड़ी महाराष्ट्र और गुजरात की गलियों में तो मशहूर है ही, लेकिन यह अब पूरे देश में अपनी पहचान बना चुकी है। चाहे घर का किचन हो या रेस्टोरेंट का मेन्यू, साबुदाना खिचड़ी हर जगह की रौनक बढ़ा देती है।
साबुदाना खिचड़ी का आनंद (Enjoying Sabudana Khichdi)
जब आप साबुदाना खिचड़ी बनाते हैं, तो हर एक बाइट में आपको उसका स्वाद और उसकी परंपरा का एहसास होता है। यह सिर्फ खाने का तरीका नहीं है, बल्कि इसे बनाने और खाने का एक आनंदमयी अनुभव है।

1. परिवार के साथ आनंद (Enjoy with Family)
परिवार के साथ साबुदाना खिचड़ी का आनंद लेना एक खास अनुभव है। सब लोग मिलकर इसे बनाते हैं, और फिर एक साथ बैठकर खाते हैं। यह न केवल स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि परिवार के सदस्यों के बीच के रिश्तों को भी मजबूत करता है।
2. दोस्तों के साथ मजा (Fun with Friends)
दोस्तों के साथ जब आप साबुदाना खिचड़ी का आनंद लेते हैं, तो हर एक बाइट के साथ एक नई कहानी जुड़ जाती है। यह दोस्ती के रिश्तों को और भी गहरा बनाता है।
साबुदाना खिचड़ी का महत्त्व (Importance of Sabudana Khichdi)
साबुदाना खिचड़ी केवल एक भोजन नहीं है, यह हमारे जीवन के हर पल में मिठास और ऊर्जा भरती है। यह हमें याद दिलाती है कि सादगी में भी कितना सुख और आनंद छिपा होता है।
इसलिए अगली बार जब आप कुछ खास बनाने का सोचें, तो साबुदाना खिचड़ी को जरूर आजमाएं। इसका हर निवाला आपको स्वाद, प्यार और पोषण से भर देगा।
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निष्कर्ष (Conclusion)
साबुदाना खिचड़ी केवल एक रेसिपी नहीं, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसे बनाने और खाने का अनुभव आपके जीवन को न सिर्फ स्वादिष्ट बनाता है, बल्कि उसे खुशियों से भी भरता है।
Sabudana Khichdi बनाएं, खाएं, और अपने प्रियजनों के साथ साझा करें। इससे न केवल आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि आपके रिश्ते भी मजबूत होंगे।
खिचड़ी की इस रेसिपी को अपनाएं और अपने जीवन में एक नई मिठास और ऊर्जा का स्वागत करें। हम उम्मीद करते हैं कि इस रेसिपी को पढ़कर और आजमाकर आप इसे अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना लेंगे।
साबुदाना खिचड़ी की यह अनोखी रेसिपी आपके जीवन में स्वाद, पोषण और खुशियों का संचार करेगी। इसे बनाएं, खाएं और हमें बताएं कि आपको यह कैसी लगी। आपकी प्रतिक्रियाएं हमें और बेहतर बनाने में मदद करेंगी।
Sabudana Khichdi न केवल आपके व्रत के दिनों को खास बनाएगी, बल्कि इसे किसी भी दिन बनाकर आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशी के पल बिता सकते हैं।
साबुदाना खिचड़ी की यह रेसिपी आपके दिल को छू जाएगी और आपके जीवन में एक नया स्वाद और ऊर्जा भर देगी। इसे बनाएं, खाएं और हमें बताएं कि आपका अनुभव कैसा रहा।
आपकी खुशी और संतुष्टि हमारी प्राथमिकता है, इसलिए इस रेसिपी को आजमाएं और अपने अनुभव हमारे साथ साझा करें। हम आपके फीडबैक का इंतजार कर रहे हैं।


























