देसी घी भारतीय रसोई का एक स्वास्थ्यवर्धक और स्वादिष्ट साथी है, जो न केवल खाने का जायका बढ़ाता है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। (ghar par desi ghee kaise banaye) पारंपरिक तरीके से घी बनाने के लिए मलाई (क्रीम) का उपयोग किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दही (कर्ड) से भी उतना ही शुद्ध और स्वादिष्ट घी बनाया जा सकता है? यह विधि न केवल सस्ती है बल्कि आसान भी है, जिससे आप बाजार के महंगे घी से बच सकते हैं।
मलाई की जगह दही का उपयोग क्यों करें?
- किफायती: बाजार में दही सस्ते दामों में उपलब्ध है, और घर पर बनाने पर इसकी लागत और भी कम हो जाती है।
- बेकार नहीं जाएगा: बचे हुए या थोड़े खट्टे दही का भी उपयोग कर सकते हैं।
- समृद्ध स्वाद: दही से बना घी एक विशेष नटी खुशबू और स्वाद देता है, जो पारंपरिक व्यंजनों में खास होता है।
दही से घी बनाने की स्टेप-बाय-स्टेप विधि
1. गाढ़ा और मलाईदार दही तैयार करें
- सामग्री: फुल क्रीम दूध, 1–2 चम्मच स्टार्टर दही।
- विधि:
- दूध को उबालें और हल्का गुनगुना होने दें। इसमें स्टार्टर दही मिलाएं।
- 6–8 घंटे के लिए फर्मेंट होने दें (गर्मी में कम समय लगता है)। अतिरिक्त गाढ़ा दही चाहिए तो मलमल के कपड़े से छानकर पानी निकाल दें।
टिप: दही जमाने के लिए मिट्टी के बर्तन का उपयोग करें, इससे दही का स्वाद और बनावट बेहतर होगा।
2. दही से मक्खन निकालें
- उपकरण: हैंड ब्लेंडर, पारंपरिक लकड़ी का मथानी, या मिक्सर।
- विधि:
- गाढ़े दही को अच्छी तरह फेंटें जब तक कि छाछ (बटरमिल्क) अलग न हो जाए।
- ऊपर तैरते मक्खन के दानों को इकट्ठा करें। ठंडे पानी से धोकर छाछ के अवशेष निकाल दें।
नोट: छाछ को फेंके नहीं, इसे पेय या आटे में इस्तेमाल करें।
3. मक्खन से सुनहरा घी तैयार करें
- विधि:
- भारी तले वाले बर्तन में मक्खन को धीमी आंच पर पिघलाएं।
- इसे तब तक पकाएं जब तक दूध के ठोस तल में बैठकर सुनहरे रंग के न हो जाएं। एक नटी खुशबू आने पर घी तैयार हो जाएगा।
- मलमल के कपड़े से छानकर कांच के जार में स्टोर करें।
महत्वपूर्ण बात: धीमी आंच पर पकाने से पोषक तत्व बने रहते हैं और घी जलता नहीं है।
बेहतरीन घी बनाने के लिए एक्सपर्ट टिप्स
- तापमान नियंत्रण: हमेशा धीमी आंच का उपयोग करें, जल्दबाजी में घी कड़वा हो सकता है।
- स्टोरेज: घी को एयरटाइट कंटेनर में रखें और सीधी धूप से दूर रखें। शेल्फ लाइफ: 3–6 महीने।
- समस्या निवारण: अगर मक्खन अलग नहीं हो रहा है, तो सुनिश्चित करें कि दही गाढ़ा और ठंडा हो।
यह विधि क्यों बेहतर है?
- शुद्धता की गारंटी: बाजार के घी में मिलावट से बचें।
- आर्थिक बचत: 500 ग्राम दही से ~100 ग्राम घी मिलता है, जो बाजार के घी से सस्ता है।
- स्वास्थ्य लाभ: इसमें ब्यूटिरिक एसिड, विटामिन ए, ई, और डी जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
रसोई से परे: घी के अनेक उपयोग
- आयुर्वेदिक लाभ: पाचन को बेहतर करता है, इम्यूनिटी बढ़ाता है, और त्वचा को पोषण देता है।
- पाक कला में जादू: दाल, हलवा, या पराठे पर घी डालकर स्वाद को दोगुना करें।
परंपरा को अपनाएं, पैसे बचाएं
दही को अपना सीक्रेट इंग्रेडिएंट बनाकर देसी घी बनाना एक सरल और पारंपरिक अनुभव बन जाता है। यह न केवल शुद्धता सुनिश्चित करता है बल्कि आपको पुरानी पाक परंपराओं से भी जोड़ता है। महंगे ब्रांड्स को छोड़ें और घर पर बने घी के गर्व का आनंद लें—एक सुनहरी चम्मच भर।
अपनी रसोई को स्वास्थ्य का केंद्र बनाएं। आज ही यह विधि आजमाएं और अंतर महसूस करें!
